Maharashtra Workers Duty Hoursसरकार का बड़ा फैसला
Maharashtra Workers Duty Hours महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में गुंतवणूक (Investment) बढ़ाने और रोजगार के अवसर (Employment Opportunities) बढ़ाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। हाल ही में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में फैक्ट्रीज़ एक्ट 1948 और महाराष्ट्र दुकान एवं आस्थापना अधिनियम 2017 में सुधार को मंजूरी दी गई है।
इस सुधार के बाद अब कारखानों (Factories) में काम के घंटे 9 से बढ़ाकर 12 और दुकानों व आस्थापनाओं (Shops & Establishments) में 9 से बढ़ाकर 10 घंटे कर दिए जाएंगे।
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Maharashtra Workers Duty Hours क्यों किए गए बदलाव?
केंद्र सरकार की ओर से बनाई गई एक विशेष समिति ने सुझाव दिया था कि कामगार कानूनों को आधुनिक बनाया जाए, ताकि उद्योगों को अधिक लचीलापन मिले और निवेशक आकर्षित हों।
कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा जैसे राज्यों ने पहले ही ऐसे बदलाव किए हैं।
महाराष्ट्र सरकार का मानना है कि इस कदम से रोजगार में बढ़ोतरी, कामगारों को ज्यादा वेतन और उद्योगों को बेहतर कामकाज का अवसर मिलेगा।
कामगारों के लिए क्या फायदे होंगे?
- ओवरटाइम का फायदा – अब कामगारों को ओवरटाइम का भुगतान दोगुनी दर (Double Wages) पर मिलेगा।
- कानूनी सुरक्षा – बिना ओवरटाइम दिए ज्यादा काम करवाने की प्रथा पर रोक लगेगी।
- अधिक आय का अवसर – कामगार चाहें तो अपनी कमाई बढ़ाने के लिए अतिरिक्त घंटे काम कर सकते हैं।
- आराम का नया नियम – अब 6 घंटे काम करने के बाद 30 मिनट का ब्रेक मिलेगा (पहले 5 घंटे बाद मिलता था)।
Maharashtra Workers Duty Hours दुकानों और आस्थापना अधिनियम में बदलाव
- काम के घंटे – 9 घंटे से बढ़ाकर 10 घंटे।
- आराम का समय – काम के घंटों के हिसाब से ब्रेक में बदलाव।
- टाइम शेड्यूल – तात्कालिक काम वाले कर्मचारियों के कार्य घंटे 10.5 से बढ़ाकर 12 घंटे।
- ओवरटाइम सीमा – 125 घंटे से बढ़ाकर 144 घंटे।
- लागू होने का दायरा – 20 या उससे अधिक कामगार वाले संस्थान पर लागू।
उद्योगों और सरकार की सोच
सरकार का कहना है कि इस सुधार से:
- उत्पादन क्षमता (Productivity) बढ़ेगी।
- कंपनियों को वर्कफ़ोर्स की कमी की समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी।
- कामगारों को कानूनी तौर पर ज्यादा आय का फायदा मिलेगा।
- रोजगार सृजन (Job Creation) और निवेश में वृद्धि होगी।
Maharashtra Workers Duty Hours आलोचना और सवाल
हालांकि कुछ श्रमिक संघों का मानना है कि लंबे काम के घंटे कामगारों की सेहत पर असर डाल सकते हैं। उनका कहना है कि सरकार को स्वास्थ्य और सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए।
निष्कर्ष
Maharashtra Workers Duty Hours महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला राज्य की अर्थव्यवस्था और रोजगार दोनों के लिए अहम है। 12 घंटे काम के नियम से जहां कंपनियों को लचीलापन मिलेगा, वहीं कामगारों को ओवरटाइम का दोगुना वेतन भी मिलेगा। लेकिन यह बदलाव कितना सफल होगा, यह आने वाले समय में कामगारों की संतुष्टि और उद्योगों के विकास पर निर्भर करेगा।
FAQ’s:
Q1. Maharashtra Workers Duty Hours महाराष्ट्र में अब फैक्ट्रियों में कितने घंटे काम करना होगा?
अब फैक्ट्रियों में 9 घंटे की जगह 12 घंटे काम करना होगा।
Q2. Maharashtra Workers Duty Hours दुकानों और आस्थापनाओं में नए काम के घंटे कितने होंगे?
दुकानों और आस्थापनाओं में अब 9 घंटे से बढ़ाकर 10 घंटे काम होगा।
Q3. Maharashtra Workers Duty Hours क्या कामगारों को ओवरटाइम का फायदा मिलेगा?
हां, ओवरटाइम का भुगतान दोगुनी दर से मिलेगा।
Q4. Maharashtra Workers Duty Hours क्या यह नियम सभी दुकानों पर लागू होगा?
नहीं, यह नियम केवल उन संस्थानों पर लागू होगा जहां 20 या उससे ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।
Q5. Maharashtra Workers Duty Hours इस बदलाव से क्या फायदा होगा?
इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, निवेश आकर्षित होगा और कामगारों को अतिरिक्त आय का मौका मिलेगा।