G-ZPPKZFFYSH Devendra Fadnavis : देवेंद्र फडणवीस का खुलासा: शरद पवार के ‘शब्द बदलने’ से 80 घंटे में गिर गई सरकार

Devendra Fadnavis : देवेंद्र फडणवीस का खुलासा: शरद पवार के ‘शब्द बदलने’ से 80 घंटे में गिर गई सरकार


Devendra Fadnavis 2019 का ‘पहाटे का शपथविधी’ फिर चर्चा में

Devendra Fadnavis महाराष्ट्र की राजनीति में 2019 का पहाटे का शपथविधी (सुबह का शपथ ग्रहण) एक बड़ा राजनीतिक मोड़ था। जैसे ही शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के महाविकास आघाड़ी गठबंधन की चर्चा तेज थी, अचानक देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने एक साथ सरकार बना ली। हालांकि यह सरकार केवल 80 घंटे ही टिक पाई। अब देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे घटनाक्रम पर बड़ा खुलासा किया है।

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“शरद पवार से पूरी बात हुई थी” – फडणवीस

देवेंद्र फडणवीस ने इंडिया टीवी के कार्यक्रम ‘आप की अदालत’ में कहा –

“80 घंटे की सरकार शरद पवार को बताकर ही बनी थी। उद्धव ठाकरे ने हमारे साथ विश्वासघात किया था, और हमें पता था कि वे हमारे साथ नहीं आएंगे। शरद पवार ने खुद अपने प्रतिनिधि हमारे पास भेजे और सारी बातचीत उनसे हुई थी। लेकिन आखिरी समय में उन्होंने अपना शब्द बदल दिया, ये मुझे आज भी नहीं पता।”


अजित पवार ने निभाया वादा

फडणवीस ने कहा –

“अजित पवार ने अपना वादा नहीं तोड़ा, इसलिए हमने सुबह-सुबह शपथ ली। लेकिन शरद पवार के पीछे हटने से यह सरकार सिर्फ 80 घंटे में गिर गई।”


Devendra Fadnavis राष्ट्रपति शासन भी पवार की सलाह पर

फडणवीस ने दावा किया कि 2019 में महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन भी शरद पवार की सहमति से लगा था।

“ Devendra Fadnavis उन्होंने कहा कि आप राष्ट्रपति शासन लगाइए, मैं राज्य का दौरा करूंगा और फिर हम कहेंगे कि महाराष्ट्र को स्थिर सरकार चाहिए। इसके बाद भाजपा और एनसीपी मिलकर सरकार बनाएंगे। यहां तक कि एनसीपी की सहमति का पत्र मेरे कंप्यूटर पर टाइप हुआ था।”


Devendra Fadnavis 2019 में राजनीतिक समीकरण

2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना ने गठबंधन में चुनाव लड़ा और सरकार भी बनाई। लेकिन फडणवीस के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने बाद में पीठ में छुरा घोंपा और कांग्रेस-एनसीपी के साथ चले गए।

“राजनीति एक तरह का युद्ध है, जिसमें टिके रहना जरूरी है। इसलिए हमने मजबूरी में समझौता किया,” फडणवीस ने कहा।


निष्कर्ष Devendra Fadnavis

Devendra Fadnavis देवेंद्र फडणवीस का यह बयान एक बार फिर 2019 के महाराष्ट्र के सबसे बड़े राजनीतिक घटनाक्रम को सुर्खियों में ले आया है। उनके दावे से साफ है कि उस समय भाजपा और एनसीपी के बीच गठबंधन लगभग तय था, लेकिन अंतिम क्षणों में हालात बदल गए।


FAQ’s :

  1. Devendra Fadnavis 80 घंटे की सरकार कब बनी थी?
    नवंबर 2019 में, जब देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने शपथ ली थी।
  2. Devendra Fadnavis यह सरकार कितने समय चली?
    केवल 80 घंटे।
  3. Devendra Fadnavis फडणवीस ने किसे जिम्मेदार ठहराया?
    शरद पवार के शब्द बदलने को।
  4. क्या अजित पवार ने वादा निभाया?
    हां, फडणवीस के मुताबिक अजित पवार ने वादा निभाया।
  5. राष्ट्रपति शासन क्यों लगाया गया था?
    फडणवीस के अनुसार, शरद पवार की सलाह पर।
  6. क्या एनसीपी और भाजपा मिलकर सरकार बनाने वाले थे?
    हां, फडणवीस का दावा है कि समझौता लगभग तय था।
  7. उद्धव ठाकरे पर क्या आरोप लगाया गया?
    पीठ में छुरा घोंपने का।
  8. ‘Devendra Fadnavis पहाटे का शपथविधी’ क्या है?
    सुबह-सुबह गुप्त तरीके से शपथ लेने को कहा जाता है।
  9. Devendra Fadnavis यह बयान कहां दिया गया?
    इंडिया टीवी के ‘आप की अदालत’ कार्यक्रम में।
  10. Devendra Fadnavis क्या इस बयान पर प्रतिक्रिया आई है?
    राजनीतिक हलकों में इस बयान पर चर्चा तेज है।

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