Mahadevi elephant Kolhapur महादेवी हाथिनी का कोल्हापुर से वनतारा तक सफर – पूरी कहानी
Mahadevi elephant Kolhapur महादेवी हाथिनी (स्थानीय नाम माधुरी) पिछले 33-34 साल से महाराष्ट्र के कोल्हापुर, नांदणी स्थित स्वस्तिश्री जिनसेन बहत्तरक पट्टाचार्य जैन मठ में रह रही थी। 36 वर्षीय इस एशियाई हाथिनी को गंभीर घुटनों और जोड़ों का दर्द, पैरों में गैंगरीन और बढ़े हुए नाखूनों की समस्या थी।
इसके बावजूद, इसे धार्मिक जुलूसों में शामिल किया जाता था, और जहां इसे रखा गया, वहां का कठोर फर्श उसकी बीमारी को और बढ़ा रहा था।
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मामला कैसे शुरू हुआ?
- 2012 से 2023 के बीच, महादेवी को 13 बार महाराष्ट्र से तेलंगाना ले जाया गया, ज्यादातर बिना उचित वन विभाग की अनुमति के।
- PETA इंडिया ने इस पर आपत्ति जताई और महाराष्ट्र के मुख्य वन्यजीव वार्डन से शिकायत की।
- एक उच्चस्तरीय समिति ने जांच कर सिफारिश की कि महादेवी का इलाज उचित सुविधाओं वाले केंद्र में किया जाए।
हाई कोर्ट का आदेश
16 जुलाई 2025 को मुंबई हाई कोर्ट ने आदेश दिया कि महादेवी को गुजरात के जामनगर स्थित वनतारा (Radhe Krishna Temple Elephant Welfare Trust) में दो हफ्ते के भीतर शिफ्ट किया जाए।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
- जैन मठ ने इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की।
- 29 जुलाई 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी और कहा कि महादेवी को धार्मिक प्रथाओं की बजाय सम्मान और बेहतर जीवन का अधिकार है।
- कोर्ट ने उसकी नाजुक तबीयत और मानसिक स्थिति को देखते हुए तुरंत स्थानांतरण का आदेश बरकरार रखा।
वनतारा में क्या सुविधाएं हैं?
- 3,500 एकड़ में फैला वनतारा देश का सबसे बड़ा वन्यजीव संरक्षण और पुनर्वास केंद्र है।
- 1.5 लाख से ज्यादा जानवर, 2,000 से अधिक प्रजातियां यहां रहती हैं।
- यहां कोई पर्यटक प्रवेश नहीं करता, ताकि जानवरों को शांति और सुरक्षा मिले।
वनतारा पहुंचने के बाद महादेवी की देखभाल
30 जुलाई 2025 को महादेवी को वनतारा लाया गया, जहां उसकी विशेष देखभाल हो रही है:
- रोज़ जल-उपचार (Hydrotherapy)
- एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जांच
- फिजियोथेरेपी और संतुलित आहार
- बिना जंजीर के, नरम सतह पर रहने की व्यवस्था
- दूसरे हाथियों से मिलने-जुलने का मौका
7. Mahadevi elephant Kolhapur क्या महादेवी को कोल्हापुर लौटाया जा सकता है?
क्या महादेवी को कोल्हापुर लौटाया जा सकता है?
- अगर वन्यजीव विभाग और जैन मठ सुप्रीम कोर्ट में कानूनी याचिका डालें और कोर्ट आदेश दे, तो महादेवी को मेडिकल देखरेख में वापस भेजा जा सकता है।
- लेकिन फिलहाल ऐसा कोई आदेश नहीं है।
FAQ’S:
1. Mahadevi elephant Kolhapur महादेवी हाथिनी कौन है?
महादेवी एक 36 साल की एशियाई हाथिनी है, जो कोल्हापुर, महाराष्ट्र के एक जैन मठ में 33-34 साल से रह रही थी।
2. महादेवी को वनतारा क्यों भेजा गया?
महादेवी को गंभीर जोड़ों और पैरों की बीमारी थी, और PETA इंडिया की शिकायत के बाद हाई कोर्ट ने बेहतर इलाज के लिए उसे जामनगर के वनतारा में भेजने का आदेश दिया।
3. Mahadevi elephant Kolhapur वनतारा क्या है और कहां है?
वनतारा गुजरात के जामनगर में स्थित 3,500 एकड़ का वन्यजीव पुनर्वास केंद्र है, जहां घायल और बीमार जानवरों का इलाज किया जाता है।
4. क्या महादेवी को कोल्हापुर वापस लाया जा सकता है?
हाँ, लेकिन इसके लिए सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट से आदेश और सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन जरूरी है।
5. Mahadevi elephant Kolhapur महादेवी की सेहत अब कैसी है?
वनतारा में आने के बाद उसकी सेहत में सुधार है। उसे फिजियोथेरेपी, जल-उपचार और बेहतर आहार दिया जा रहा है।
6. महादेवी को कब वनतारा भेजा गया था?
30 जुलाई 2025 को महादेवी को वनतारा में शिफ्ट किया गया था।
7. Mahadevi elephant Kolhapur क्या वनतारा पर्यटकों के लिए खुला है?
नहीं, वनतारा पर्यटन स्थल नहीं है। यहां जानवरों को शांति और सुरक्षा देने के लिए आम जनता का प्रवेश नहीं है।
8. Mahadevi elephant Kolhapur महादेवी को कितनी बार महाराष्ट्र से बाहर ले जाया गया था?
2012 से 2023 के बीच महादेवी को 13 बार महाराष्ट्र से तेलंगाना ले जाया गया था, ज्यादातर बिना अनुमति के।
9.Mahadevi elephant Kolhapur सुप्रीम कोर्ट का महादेवी केस में क्या फैसला था?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महादेवी को धार्मिक प्रथाओं की बजाय सम्मान और बेहतर जीवन का अधिकार है।
10. Mahadevi elephant Kolhapur PETA इंडिया ने इस मामले में क्या भूमिका निभाई?
PETA इंडिया ने महादेवी की खराब सेहत और गलत देखभाल को लेकर शिकायत दर्ज कराई, जिससे यह मामला अदालत तक पहुंचा।