G-ZPPKZFFYSH Maharashtra Governor On Marathi Language : महाराष्ट्र में मराठी विवाद राज्यपाल के बयान पर ठाकरे बंधुओं और MNS का हमला

Maharashtra Governor On Marathi Language : महाराष्ट्र में मराठी विवाद राज्यपाल के बयान पर ठाकरे बंधुओं और MNS का हमला

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Maharashtra Governor On Marathi Language महाराष्ट्र के राज्यपाल का बयान – “मराठी थोपने से निवेशक भाग जाएंगे”

Maharashtra Governor On Marathi Language महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने मराठी-हिंदी विवाद पर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर मराठी भाषा को लेकर हिंसा होगी, तो निवेशक राज्य से पलायन कर जाएंगे। इस बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के आदित्य ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने राज्यपाल के इस बयान पर निशाना साधा है। वहीं, एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना ने भी पहली बार इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है।

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Maharashtra Governor On Marathi Language राज्यपाल ने क्या कहा?

राज्यपाल राधाकृष्णन ने कहा, “अगर आप मुझे मारेंगे, तो क्या मैं तुरंत मराठी बोलने लगूंगा?” उन्होंने तमिलनाडु में तमिल न बोलने पर हुए हमलों का उदाहरण देते हुए कहा कि भाषाई हिंसा से राज्य की अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा।

उन्होंने आगे कहा, “अगर हम नफरत फैलाएंगे, तो कोई भी निवेशक महाराष्ट्र क्यों आएगा? ऐसी हरकतों से हम लंबे समय में महाराष्ट्र का ही नुकसान कर रहे हैं। इन सबको छोटे-मोटे राजनीतिक फायदे के लिए नहीं भड़काना चाहिए।”


शिवसेना (शिंदे गुट) की प्रतिक्रिया

Maharashtra Governor On Marathi Language शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता नरेंद्र भोंडेकर ने कहा, “महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद सर्वोपरि है, उन्हें मराठी भाषा का सम्मान करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “जिन्हें मराठी नहीं आती, वे भी महाराष्ट्र आकर मराठी सीखते हैं। थोड़ा समय लगता है, लेकिन वे धीरे-धीरे मराठी बोलने लगते हैं।”

वहीं, शिवसेना के आमदार पंकज भोयर ने कहा, “महाराष्ट्र में रहने वालों से मराठी आने की उम्मीद की जाती है। हालांकि, किसी को मराठी न आने पर मारपीट करना सही नहीं है। सही तरीके से समझाकर अपनी बात रखनी चाहिए।


आदित्य ठाकरे ने दिया तीखा जवाब

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, “राज्यपाल का राजनीतिक बयान देना उचित नहीं है। क्या वे केंद्र सरकार के खिलाफ हैं?”

उन्होंने आगे कहा, “राज्यपाल के सामने कई बड़े मुद्दे हैं। एक मंत्री राज्य भर में घूम रहा है, दूसरा बनियान पहनकर बैठा है। उन्हें इन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।”


MNS ने दिया आक्रामक जवाब – “गुंतवणुकीला चाटायचं का?”

Maharashtra Governor On Marathi Language महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेता संदीप देशपांडे ने राज्यपाल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “किसी को सिर्फ मराठी न बोलने पर नहीं पीटा गया, बल्कि जिन्होंने मराठी का अपमान किया, उन्हें सबक सिखाया गया।”

उन्होंने सवाल किया, “अगर गैर-मराठी लोग यहां निवेश करके आएंगे, लेकिन मराठी लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा, तो क्या इस निवेश को चाटना चाहिए?”


निष्कर्ष

Maharashtra Governor On Marathi Language राज्यपाल के बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। जहां शिवसेना और MNS ने मराठी भाषा के सम्मान पर जोर दिया है, वहीं राज्यपाल का मानना है कि भाषाई हिंसा से राज्य की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी। यह मुद्दा आने वाले दिनों में और गरमा सकता है।

FAQ’S :

1. Maharashtra Governor On Marathi Language राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने मराठी भाषा पर क्या कहा?

राज्यपाल ने कहा कि अगर मराठी को जबरदस्ती थोपा गया और हिंसा हुई, तो निवेशक महाराष्ट्र से पलायन कर सकते हैं। उन्होंने तमिलनाडु में तमिल न बोलने पर हुए हमलों का उदाहरण देते हुए कहा कि भाषाई हिंसा से राज्य की अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा।

2. शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने राज्यपाल के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी?

आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल को राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए और उन्हें राज्य के अन्य मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।

3.Maharashtra Governor On Marathi Language MNS ने इस मुद्दे पर क्या कहा?

MNS नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि मराठी का अपमान करने वालों को सबक सिखाया गया है। उन्होंने सवाल किया कि अगर निवेश से मराठी लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा, तो ऐसे निवेश का क्या फायदा?

4. शिवसेना (शिंदे गुट) की प्रतिक्रिया क्या थी?

शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता नरेंद्र भोंडेकर ने कहा कि राज्यपाल को मराठी का सम्मान करना चाहिए, लेकिन किसी को मारपीट करना सही नहीं है।

5.Maharashtra Governor On Marathi Language क्या महाराष्ट्र में मराठी न बोलने पर हिंसा होती है?

राज्यपाल ने इसकी आशंका जताई, लेकिन MNS और शिवसेना ने कहा कि सिर्फ मराठी का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

6. इस विवाद का महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?

राज्यपाल का मानना है कि भाषाई हिंसा से निवेशक डर सकते हैं, जबकि MNS और शिवसेना का कहना है कि मराठी के सम्मान के बिना निवेश का कोई मतलब नहीं है।

7. Maharashtra Governor On Marathi Language क्या यह मुद्दा आगे बढ़ेगा?

हां, क्योंकि मराठी भाषा और संस्कृति महाराष्ट्र की राजनीति में एक संवेदनशील मुद्दा है। शिवसेना और MNS इस पर मजबूत रुख अपनाएंगे।

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