G-ZPPKZFFYSH Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis: मनोज जरांगे पाटील और देवेंद्र फडणवीस ओएसडी की मुलाकात के बाद भी जरांगे का बड़ा फैसला

Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis: मनोज जरांगे पाटील और देवेंद्र फडणवीस ओएसडी की मुलाकात के बाद भी जरांगे का बड़ा फैसला

Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis ओएसडी की मुलाकात और बड़ा फैसला

Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटील (Manoj Jarange Patil) ने एक बार फिर अपने आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विशेष कार्यकारी अधिकारी (OSD) राजेंद्र साबळे ने जरांगे से मुलाकात की, लेकिन इसके बावजूद जरांगे अपने मुंबई मोर्चे पर अडिग हैं।

जरांगे का साफ कहना है –
“हमने सरकार को 3 महीने का समय दिया था, लेकिन अब और इंतजार नहीं। आरक्षण की अंमलबजावणी चाहिए, केवल चर्चा नहीं।”

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Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis गणेशोत्सव और आंदोलन का टकराव

27 अगस्त से मुंबई में मराठा समाज का बड़ा मोर्चा निकलने वाला है।
इसी दौरान मुंबई में गणेशोत्सव की शुरुआत भी हो रही है। सरकार को डर है कि इस समय आंदोलन हुआ तो कानून-व्यवस्था पर भारी असर पड़ेगा।
इसी वजह से सरकार लगातार जरांगे को समझाने की कोशिश कर रही है।


Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis मनोज जरांगे की मांगें

जरांगे ने अपनी 5 बड़ी मांगें साफ तौर पर सामने रखीं –

  1. मराठा और कुणबी एक हैं – इसका सरकारी दस्तावेज़ मिला है, अब इसका तुरंत क्रियान्वयन हो।
  2. हैदराबाद गज़ेटियर लागू किया जाए, साथ ही सातारा और बॉम्बे गज़ेटियर भी लागू हों।
  3. सगे सोयरे अध्यादेश का पालन किया जाए और मराठों को कुणबी में शामिल कर आरक्षण दिया जाए।
  4. आरक्षण आंदोलन में लगे केस वापस लिए जाएं, क्योंकि यह अन्यायपूर्ण हैं।
  5. कानून के तहत मिलने वाला आरक्षण तुरंत लागू हो।

जरांगे ने कहा –
“ये मेरे बच्चों के भविष्य का सवाल है। अब चर्चा नहीं, अंमलबजावणी चाहिए।”


आंदोलन का रोडमैप

जरांगे ने अपने आंदोलन की पूरी रूपरेखा घोषित कर दी है –

  • 27 अगस्त – अंतरवाली से पैठण, शेवगाव, आळे फाटा होते हुए शिवनेरी तक मार्च।
  • 28 अगस्त – खेड, चाकण, लोणावला, वाशी और चेंबूर होते हुए मुंबई पहुंचना।
  • 28 अगस्त रात – आज़ाद मैदान में डेरा।
  • 29 अगस्त सुबह 10 बजे – आज़ाद मैदान से बड़ा मोर्चा।

Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis सरकार की रणनीति

ओएसडी राजेंद्र साबळे ने कहा कि उनका मकसद सिर्फ जरांगे की चिंताओं को समझना था।
लेकिन जरांगे का रुख साफ है –
“हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक मराठा समाज को न्याय नहीं मिलेगा।”


निष्कर्ष

Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis मराठा आरक्षण का मुद्दा फिर से गर्म हो चुका है।
गणेशोत्सव जैसे बड़े पर्व के दौरान जरांगे का मोर्चा सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।
अब देखना होगा कि सरकार और आंदोलनकारी नेता किस तरह समाधान की ओर बढ़ते हैं।


FAQ’s:

Q1.Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis मनोज जरांगे का मोर्चा कब से शुरू होगा?
27 अगस्त से अंतरवाली से मुंबई की ओर।

Q2. Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis आंदोलन का मुख्य स्थान कौन सा होगा?
मुंबई का आज़ाद मैदान

Q3. Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis जरांगे की प्रमुख मांग क्या है?
मराठा और कुणबी को एक मानकर आरक्षण का क्रियान्वयन।

Q4. Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis सरकार की तरफ से किसने मुलाकात की?
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के OSD राजेंद्र साबळे।

Q5. Manoj Jarange Patil And Devendra Fadnavis गणेशोत्सव से इसका क्या संबंध है?
आंदोलन और गणेशोत्सव एक साथ होने से कानून-व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।


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