Site icon deshkhabar24.com

polki jewellery 2025: इतना महत्व क्यों देती है लड़कियां पोल्की ज्वैलरी को ?

polki jewellery 2025

polki jewellery 2025:

छोटा सा परिचय

polki jewellery 2025: वैसे तो आजकल की लड़कियां बिना मेकअप की ही अच्छी लगती है और उसे ऐसा ही रहना अच्छा लगता है लेकिन जब वह मेकअप करती है और कहां फंक्शन में जाने के समय पर ज्वेलरी का समय आता है तो वह सोना या हीरो से भी ज्यादा polki jewellery को पसंद करती है पोल्की ज्वैलरी का नाम सुनते ही हर महिला के चेहरे पर एक खास चमक आ जाती है। खासकर जब बात हो पोल्की ज्वैलरी की, तो इसकी रॉयल और क्लासी लुक का जादू ही कुछ और है। पोल्की ज्वैलरी भारत की पारंपरिक धरोहर का एक हिस्सा है, जिसे खास मौकों पर पहनना शान की बात मानी जाती है।

ALSO READ THIS : देखते ही क्यों पसंद आ जाती है यह पैठनी साड़ी ?

polki jewellery का इतिहास बहुत पुराना है

पोल्की ज्वैलरी का इतिहास राजस्थान के राजघरानों से जुड़ा हुआ है। यह आभूषण शैली मुगल काल से ही प्रचलित रही है। उस समय के कारीगरों ने इस कला को अपनी मेहनत और हुनर से संजोया। आज भी यह ज्वैलरी शाही अंदाज को बखूबी दर्शाती है।

क्या है पोल्की और कुंदन में अंतर

बहुत अंतर होते भी लोग क्यों समझ नहीं पाते हैं पोल्की और कुंदन ज्वैलरी में अक्सर लोग भ्रमित हो जाते हैं। दोनों में मुख्य अंतर यह है कि पोल्की ज्वैलरी में अनकट डायमंड्स का उपयोग होता है, जबकि कुंदन में सोने के वर्क का। पोल्की की कारीगरी में हीरे को बिना पॉलिश किए ही जड़ दिया जाता है, जिससे इसका रस्टिक लुक उभरकर आता है।

पोल्की ज्वैलरी की खासियत

polki jewellery के प्रकार

लड़कियां किस प्रकार की ज्वैलरियान पसंद करती है ?

  1. पोल्की सेट: नेकलेस और इयररिंग्स का कॉम्बिनेशन, जो खास मौकों के लिए उपयुक्त है।
  2. चूड़ियां और कंगन: पोल्की के काम वाली चूड़ियां शाही अंदाज को बढ़ाती हैं।
  3. मांगटीका और पासा: पारंपरिक विवाह समारोह में पोल्की का यह स्वरूप काफी पसंद किया जाता है।

कौन से लुक पर अच्छी लगती है

जब बात देसी लुक की हो, तो पोल्की ज्वैलरी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। साड़ियों और लहंगों के साथ पोल्की का कॉम्बिनेशन एक शाही और पारंपरिक लुक प्रदान करता है।

पोल्की ज्वैलरी की देखभाल

पोल्की ज्वैलरी लेने के फायदे:

पोल्की ज्वैलरी में शुद्ध हीरों का उपयोग होता है, जो समय के साथ अपनी मूल्यवृद्धि को बनाए रखता है।
कला और शिल्प का अनमोल संगम:
यह सिर्फ ज्वैलरी ही नहीं, बल्कि एक कलात्मक धरोहर भी है। इसमें ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व जुड़ा होता है।
शादी और विशेष अवसरों पहन सकती है
पोल्की ज्वैलरी पारंपरिक समारोहों में सबसे अधिक पसंद की जाती है। इसके क्लासिक और रॉयल लुक के कारण इसे विशेष अवसरों पर पहना जाता है।
एस्थेटिक वैल्यू:
पोल्की ज्वैलरी दिखने में बेहद आकर्षक होती है और इसके साथ पहनने से पारंपरिक और शाही लुक मिलता है।
पोल्की ज्वैलरी में निवेश के नुकसानकम पुनर्विक्रय मूल्य:
पोल्की ज्वैलरी में हीरे अनकट और अपरिष्कृत होते हैं, इसलिए इनका पुनर्विक्रय मूल्य कुंदन या आधुनिक हीरे की तुलना में कम हो सकता है।

नकली उत्पादों का खतरा:

निष्कर्ष

पोल्की ज्वैलरी न केवल एक आभूषण है बल्कि यह हमारी पारंपरिक धरोहर का प्रतीक है। इसकी रॉयल और क्लासी लुक हर खास मौके को और भी खास बना देती है। अगर आप भी अपनी ज्वैलरी कलेक्शन में कुछ अनोखा और शाही जोड़ना चाहती हैं, तो पोल्की ज्वैलरी से बेहतर कुछ नहीं।

Exit mobile version