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Shaktipeeth Expressway : शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे पर बवाल ठाकरे गुट का बम्बई स्टाइल ठो-ठाक विरोध – ‘हाईवे को खोदकर गाड़ देंगे!

Shaktipeeth Expressway

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Shaktipeeth Expressway कोल्हापुर में शिवसेना (ठाकरे गुट) का बड़ा ऐलान – “शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे नहीं बनने देंगे”

Shaktipeeth Expressway महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर गर्मी आ गई है, और इस बार मुद्दा है – शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे। कोल्हापुर में आयोजित ठाकरे गुट के ‘निर्धार मेळावा’ में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद विनायक राऊत ने सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा:

“देवाभाऊ कह रहे हैं कि शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे बनाकर दिखाएंगे, लेकिन हम कह रहे हैं कि उसे गाड़कर दिखाएंगे!”

उन्होंने इसे सिर्फ ठेकेदारों का प्रोजेक्ट बताया और कहा कि ये विकास के नाम पर जनता को धोखा देने वाली योजना है।


सत्ता में बैठे ‘गद्दारों’ पर बड़ा हमला

विनायक राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता को ऐसे गद्दारों से बचाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि ये सरकार बहनों को मिलने वाली ₹1500 की योजना भी खत्म करना चाहती है।

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Shaktipeeth Expressway चुनाव आयोग को भी नहीं छोड़ा

राऊत ने दावा किया कि सरकार चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रही है और मनचाही वार्डबंदी कराकर चुनाव जीतने की चालें चली जा रही हैं।

“जो बात उद्धव ठाकरे ने कही थी, अब वो सरकार सच कर रही है।”


कोंबड़ी चोर” और “पाले हुए नेता” पर तंज

विनायक राऊत ने बीजेपी समर्थक नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा:

“भाजपा ने कुछ नेताओं को सिर्फ ठाकरे जी को गालियां देने के लिए पाल रखा है।”

उन्होंने कहा कि ये सभी नेता सिर्फ पद और पैसा पाने के लिए अपनी आत्मा बेच चुके हैं।


शिवसेना के पुराने वैभव की वापसी का आह्वान

इस मेळावा में आमदार सुनील प्रभु ने कहा:

“ये सभा केवल विरोध की नहीं, बल्कि शिवसेना के पुराने वैभव को दोबारा लाने का संकल्प है।”

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पंचायत और नगर पालिका चुनाव में भगवा लहराने की अपील की।


शांत समय का पसीना, युद्ध में बचाएगा खून

नेता नितीन बानगुडे पाटील ने भी सरकार को घेरा और कहा:

“अगर मराठी भाषा के लिए भी सड़क पर उतरना पड़े तो ये महाराष्ट्र के लिए शर्मनाक है। अंग्रेजों की तरह ये सरकार भी ‘फोड़ो और राज करो’ की नीति पर चल रही है।”

उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब हर शिवसैनिक को तैयार रहना होगा, क्योंकि:

“चुनाव रूपी युद्ध सामने है – अब कोई आलस नहीं, काम पर लगो!”


निष्कर्ष:Shaktipeeth Expressway

शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे को लेकर राजनीति अब सड़कों पर उतर चुकी है। एक तरफ सरकार इसे विकास का रास्ता बता रही है, तो दूसरी ओर ठाकरे गुट इसे जनता पर जबरन थोपी जा रही योजना बता रहा है। कोल्हापुर से उठी विरोध की आवाज अब राज्यभर में गूंज रही ह

FAQ’s :

Q1: शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे क्या है?

उत्तर:
शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे एक प्रस्तावित हायवे है जो महाराष्ट्र के पवित्र देवी मंदिरों (शक्तिपीठों) को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।


Q2: Shaktipeeth Expressway ठाकरे गुट इस एक्सप्रेसवे का विरोध क्यों कर रहा है?

उत्तर:
ठाकरे गुट का कहना है कि यह प्रोजेक्ट जनता के बजाय ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए लाया गया है। उनका आरोप है कि यह विकास नहीं, सिर्फ दिखावा है।


Q3: विनायक राऊत ने क्या बयान दिया?

उत्तर:
विनायक राऊत ने कहा –

“देवाभाऊ कह रहे हैं हाईवे बनाएंगे, हम कह रहे हैं गाड़ देंगे ये हाईवे!”

यह बयान एक्सप्रेसवे के विरोध में दिया गया था।


Q4: क्या यह एक्सप्रेसवे किसानों की जमीन पर बन रहा है?

उत्तर:
ठाकरे गुट का दावा है कि इस प्रोजेक्ट में किसानों की जमीन जबरदस्ती ली जा रही है, जिससे ग्रामीण जनता नाराज है।


Q5: Shaktipeeth Expressway क्या यह विरोध सिर्फ एक्सप्रेसवे के खिलाफ है या सरकार के खिलाफ भी?

उत्तर:
यह विरोध केवल एक्सप्रेसवे के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरी सरकार की नीतियों के खिलाफ है। इसमें महिला योजनाओं की कटौती, चुनाव आयोग की भूमिका और गद्दार नेताओं पर भी सवाल उठाए गए हैं।


Q6: Shaktipeeth Expressway क्या इस विरोध से चुनावों पर असर पड़ेगा?

उत्तर:
संभावना है कि इस तरह के विरोध और जनसभाओं से आने वाले पंचायत और नगरपालिका चुनावों में ठाकरे गुट को राजनीतिक लाभ मिल सकता है।


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