G-ZPPKZFFYSH Vinod Patil: विनोद पाटील का बड़ा बयान मराठा आरक्षण का जीआर टाचणीभर भी काम का नहीं

Vinod Patil: विनोद पाटील का बड़ा बयान मराठा आरक्षण का जीआर टाचणीभर भी काम का नहीं

Vinod Patil मराठा आरक्षण पर फिर से विवाद

Vinod Patil महाराष्ट्र सरकार ने मनोज जरांगे पाटील यांच्या आंदोलनानंतर एक नया जीआर (सरकारी निर्णय) जारी किया। लेकिन इस जीआर पर सवाल उठाते हुए मराठा आरक्षण याचिकाकर्ता और आंदोलनकारी विनोद पाटील ने कहा –
“इस जीआर का टाचणीभर (एक चुटकी) भी फायदा नहीं होगा।”

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Vinod Patil यह जीआर सिर्फ कागज का टुकड़ा है” – विनोद पाटील

विनोद पाटील ने साफ कहा कि इसमें केवल प्रक्रिया लिखी गई है, कोई ठोस निर्णय नहीं है।

  • आरक्षण पाने के लिए 1967 से पहले के पुरावे चाहिए।
  • अगर कोई भूमिहीन या शेतमजूर है, तो उसके लिए गृह चौकशी रिपोर्ट जरूरी है।
  • तलाठी की रिपोर्ट के बाद ही प्रमाणपत्र मिलेगा।

उनके मुताबिक, इस जीआर से समाज को जरा भी फायदा नहीं मिलने वाला।


Vinod Patil राधाकृष्ण विखे पाटील पर सवाल

मराठा आरक्षण समितीचे अध्यक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील पर भी विनोद पाटील ने सवाल उठाए। उनका कहना है कि –
विखे पाटील ने जनता के सामने आकर जीआर का सही अर्थ समझाना चाहिए। यह कागद उनका जिम्मा है, उन्हें पत्रकार परिषद लेकर समाज को स्पष्ट जवाब देना चाहिए।”


हैदराबाद गॅझेट और देवगिरीचा उल्लेख – लेकिन फायदा नहीं

जीआर में हैदराबाद गॅझेट और देवगिरी का जिक्र है। लेकिन विनोद पाटील का कहना है कि इससे कुछ भी हासिल नहीं होगा।

  • केवल वही लोग पात्र होंगे जिनके पास वंशावली के पुरावे होंगे।
  • जिनके पास कोई पुरावा नहीं, सिर्फ “मराठा” हैं, उन्हें यह जीआर लागू नहीं होगा।

यानी, बहुतेरे मराठा समाज को इसका लाभ नहीं मिलेगा।


“मनोज जरांगे का समाधान कैसे हुआ, मुझे नहीं पता”

विनोद पाटील ने यह भी कहा कि मनोज जरांगे का समाधान किस कारण हुआ यह वही बता सकते हैं। उन्हें मिली कॉपी में सिर्फ इतना लिखा है कि जिनके पास वंशावली और पुरावे होंगे, उन्हें प्रमाणपत्र मिलेगा। जिनके पास नहीं है, उन्हें कोई लाभ नहीं मिलेगा।


Vinod Patil जीआर को मिले “मायनस जीरो मार्क्स”

विनोद पाटील का कहना है कि इस जीआर से एक भी सर्टिफिकेट नहीं निकलेगा। उन्होंने कहा –
“मैं इस जीआर को 100 में से मायनस जीरो मार्क्स देता हूँ।”

उन्होंने मराठा आरक्षण आंदोलन में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी और कहा कि सरकार केवल “गुलाल उधळने” का काम कर रही है।


निष्कर्ष

Vinod Patil विनोद पाटील के इस बयान ने मराठा आरक्षण को लेकर फिर से नई बहस छेड़ दी है। अब समाज की नजरें इस पर हैं कि सरकार और समिती प्रमुख राधाकृष्ण विखे पाटील आगे क्या स्पष्टीकरण देते हैं।


FAQ’s :

Q1. विनोद पाटील ने जीआर को लेकर क्या कहा?
उन्होंने कहा कि यह जीआर टाचणीभर भी उपयोगी नहीं है।

Q2. Vinod Patil आरक्षण पाने के लिए कौन से पुरावे जरूरी हैं?
1967 से पहले के पुरावे या गृह चौकशी रिपोर्ट।

Q3. Vinod Patil विखे पाटील से क्या अपेक्षा की गई?
कि वे जनता के सामने आकर जीआर का अर्थ स्पष्ट करें।

Q4. Vinod Patil हैदराबाद गॅझेट का उल्लेख क्यों हुआ?
प्रमाणपत्र के लिए वंशावली से जुड़ा जिक्र है, लेकिन इसका फायदा नहीं मिलेगा।

Q5. Vinod Patil विनोद पाटील ने जीआर को कितने अंक दिए?
उन्होंने इसे “मायनस जीरो मार्क्स” दिए।


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