G-ZPPKZFFYSH Devendra Fadnavis latest statement : त्रिभाषा सूत्र अब टलेगा नहीं! फडणवीस ने ठोक दी मुहर

Devendra Fadnavis latest statement : त्रिभाषा सूत्र अब टलेगा नहीं! फडणवीस ने ठोक दी मुहर


Devendra Fadnavis latest statement क्या है त्रिभाषा सूत्र? क्यों मचा है बवाल?

Devendra Fadnavis latest statement महाराष्ट्र की शिक्षा नीति को लेकर एक बार फिर से सियासत गर्मा गई है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया है कि “त्रिभाषा सूत्र” को महाराष्ट्र में 100% लागू किया जाएगा। यह बयान उन्होंने मुंबई तक चैनल के एक कार्यक्रम में दिया।

फडणवीस ने इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा और कहा कि त्रिभाषा सूत्र पर पलटी मारने का सबसे अच्छा उदाहरण उद्धव ठाकरे हैं।

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क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?

मुख्यमंत्री ने कहा:

Devendra Fadnavis latest statement “पहली बार जब यह GR (सरकारी आदेश) निकला तो सभी ने पूछा – हिंदी अनिवार्य क्यों? इसके बाद हमने विचार किया कि तीसरी भाषा हिंदी ही क्यों? इसलिए हमने GR में बदलाव किया और कहा कि हिंदी अनिवार्य नहीं है।

अगर कोई छात्र हिंदी पढ़ना चाहे तो पढ़ सकता है, नहीं तो कोई भी भारतीय भाषा चुनी जा सकती है।”

फडणवीस ने यह भी जोड़ा कि:

“अगर कोई बच्चा तेलुगू पढ़ना चाहता है, तो शिक्षक कहां से लाएं? अगर छात्र कम हुए, तो हम उस भाषा को ऑनलाइन पढ़ाने की व्यवस्था करेंगे।”


क्या बोले उद्धव ठाकरे पर?

फडणवीस ने सीधे-सीधे उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए कहा:

“Devendra Fadnavis latest statement त्रिभाषा सूत्र का जो GR निकला था, वो खुद ठाकरे सरकार ने ही निकाला था। फिर अब उसी पर विरोध करना, ये दर्शाता है कि वे कितनी पलटी मार सकते हैं।”

उन्होंने आगे कहा:

“पहले वो कहते थे कि पहली से बारहवीं तक हिंदी और इंग्लिश अनिवार्य हो। अब वो हिंदी पर आपत्ति कर रहे हैं। ये दोहरी मानसिकता है।”


त्रिभाषा सूत्र कब से लागू होगा?

मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि:

  • इस मुद्दे पर नरेंद्र जाधव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है।
  • ये कमेटी तय करेगी कि त्रिभाषा सूत्र पहली कक्षा से लागू होगा या छठवीं से।
  • लेकिन उन्होंने यह भी दोहराया कि “यह सूत्र 100% लागू किया जाएगा ही किया जाएगा।”

भारतीय भाषाओं को मिलेगा बढ़ावा

फडणवीस ने कहा:

“मैं अंग्रेजी के विरोध में नहीं हूँ, लेकिन अंग्रेजी के स्वागत में भारतीय भाषाओं को ठुकराना मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता।”

उन्होंने शिक्षा में भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता देने की बात भी दोहराई।


निष्कर्ष: भाषा पर राजनीति या भविष्य की सोच?

Devendra Fadnavis latest statement त्रिभाषा सूत्र को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो चुकी है, लेकिन इस बहस में एक बड़ा सवाल है – क्या भाषा को राजनीति से ऊपर रखकर शिक्षा नीति बनाई जा सकती है?
फिलहाल इतना तय है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस मुद्दे पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं, और त्रिभाषा सूत्र जल्द ही महाराष्ट्र के स्कूलों में लागू किया जाएगा।


FAQ’s :

Q1. Devendra Fadnavis latest statement त्रिभाषा सूत्र क्या है?

त्रिभाषा सूत्र का मतलब है कि छात्रों को स्कूल में तीन भाषाएं सीखनी होंगी – आमतौर पर एक मातृभाषा (मराठी), एक राष्ट्रीय भाषा (हिंदी) और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा (अंग्रेजी) या कोई अन्य भारतीय भाषा।


Q2. महाराष्ट्र में त्रिभाषा सूत्र कब से लागू होगा?

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि ये 100% लागू होगा, लेकिन कौन सी कक्षा से शुरू होगा, यह निर्णय कमेटी द्वारा तय किया जाएगा।


Q3. Devendra Fadnavis latest statement क्या हिंदी भाषा अनिवार्य होगी?

नहीं, हिंदी अनिवार्य नहीं होगी। छात्र हिंदी या किसी अन्य भारतीय भाषा को तीसरी भाषा के रूप में चुन सकते हैं।


Q4. अगर किसी छात्र को कोई दूसरी भाषा (जैसे तेलुगू या कन्नड़) पढ़नी है तो?

अगर छात्रों की संख्या कम हुई, तो सरकार वो भाषा ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाने की व्यवस्था करेगी।


Q5. उद्धव ठाकरे ने त्रिभाषा सूत्र का विरोध क्यों किया?

फडणवीस के अनुसार, त्रिभाषा सूत्र का जीआर उद्धव ठाकरे सरकार के कार्यकाल में ही आया था। बाद में उन्होंने अपनी भूमिका बदल ली, जिससे राजनीति गर्मा गई।


Q6.Devendra Fadnavis latest statement क्या यह फैसला शिक्षा को प्रभावित करेगा?

हां, यह फैसला शिक्षा में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।


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